अभिलेख

बॉलीवुड में कपड़े उतारने की होड़

दुर्गेश उपाध्याय
बीबीसी संवाददाता, मुंबई

बॉलीवुड अभिनेताओं में कपड़े उतारने की होड़ सी लग गई है और अब इसमें नया नाम जुड़ गया है नील नितिन मुकेश का.
इस चलन की शुरुआत हुई सलमान ख़ान से जो मौक़ा मिलते ही अपनी क़मीज़ उतारने से नहीं चूकते.
वहीं जॉन अब्राहम ने फ़िल्म ‘दोस्‍ताना’ में हद ही कर दी और उन्‍होंने तो अपनी पैंट तक उतार दी. ये तो थी पुरानी बात, लेकिन अब इस नंगेपन में नील नितिन मुकेश भी शामिल हो गए हैं.
नील नितिन मुकेश ने वो कर दिखाया जिसे देखकर बॉलीवुड तो क्या हम और आप सकते में आ जाएंगे.
नील नितिन मुकेश अपनी आने वाली फ़िल्म ‘जेल’ में दिखने वाले हैं बिल्कुल बिना कपड़ों के. विश्‍वास नहीं होता है लेकिन फ़िल्म की ये तस्वीर अब तो मीडिया में भी आ चुकी है.
हाल ही में मीडिया से बातचीत में इस फ़िल्म के डाइरेक्टर मधुर भंडारकर ने बताया कि ये सीन काफ़ी सलीके से फ़िल्माया गया है और इसे देखकर कोई इसे भोंडा नहीं कह पाएगा. भई कुछ भी हो नील नितिन मुकेश की हिम्मत की दाद तो देनी ही पड़ेगी.
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अध्यापक ने छात्रा से किया बलात्कार

सुंदरनगर. नेरी स्कूल के एक अध्यापक ने अपने ही स्कूल की छठी कक्षा की 12 वर्षीय छात्रा की इज्जत लूट ली। सोमवार को स्कूल के टीचर धर्मसिंह ने छात्रा को किसी काम के बहाने एक कमरे में बुलाया और बलात्कार किया।
छात्रा ने डर के मारे यह बात परिजनों को नहीं नहीं बताई लेकिन अपनी सहपाठी छात्रा को इस प्रकरण के बारे में बताया। सहपाठी छात्रा ने इसकी जारी जानकारी उसके परिजनों को दी। थाना प्रभारी जगदीशचंद हंस ने बताया किपरिजनों की शिकायत पर मामला आगे पढ़ें के आगे यहाँ

दोहे ; तन और मन आचार्य संजीव ‘सलिल’

प्रश्न चिन्ह

मेरा तन मैं बेचता, तुमको क्यों आपत्ति?
तुमने कब किसकी हरी, बोलो कहीं विपत्ति?

तन की करते फ़िक्र तुम, मन को दिया बिसार।
मन ही मन, मन पर किए, कितने ?

तन नश्वर बेचा अगर, तो क्यों हाहाकार।
शाश्वत निर्मल आत्मा, उसकी करो सम्हार॥

नारी के कौमार्य पर, क्यों रखता तू दृष्टि?
पगले क्यों यह भूलता, हुई वहीं उत्पत्ति॥

नर का यदि ख़ुद पर हुआ, मान्य सदा अधिकार।
नारी के हक का किया, बोलो क्यों प्रतिकार?

–दिव्यनर्मदा.blogspot .com

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