अभिलेख

देशी तालिबानी फतवाः गर्ल्स कॉलेजों में नो जींस-नो मोबाइल

लखनऊ. उत्तरप्रदेश डिग्री कॉलेजों के प्रधानाचार्यो की एशोसिएशन ने आज सोमवार को एक बड़ा फैसला करते हुए आगामी 1 जुलाई से शुरु होने वाले सत्र के लिए कॉलेजों में लड़कियों के लिए नया ड्रेस कोड लागू कर दिया है। इस ड्रेस कोड के अनुसार अब कोई भी लड़की कॉलेज में जींस – टी शर्ट पहनकर नहीं आ सकती है तथा अपने साथ मोबाइल फोन भी कॉलेज में नहीं ला सकती है।सभी सरकारी डिग्री कॉलेजो को इस नियम का पालन करना होगा उत्तरप्रदेश डिग्री कॉलेजों के प्रधानाचार्यो के इस नए फैसले को सभी सरकारी डिग्री कॉलेजो में लागू किया जाएगा।क्यों लिया यह फैसलाप्रधानाचार्यो की संस्था ने कहा कि चूंकि प्रदेश में लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं लगातार बढ़ रहीं है इसलिए यह फैसला लिया गया है।गौरतलब है कि कुछ समय पहले कानपुर के कुछ कॉलेजों ने भी इसी तरह का फैसला लेते हुए लड़कियों के लिए ड्रेस कोड लागू करते हुए जींस और टी शर्ट पहनने पर रोक लगा दिया था।

क्या लड़कियों के साथ होने वाली छेड़खानी की घटनाओं में उनकी वेशभूषा से फर्क पड़ता है? क्या जींस – टी शर्ट पहनने वाली लड़कियां सलवार शूट पहनने वाली लड़कियों की अपेक्षा छेड़खानी की ज्यादा शिकार होती है? क्या कॉलेज में एक लड़की को मोबाइल फोन ले जाने पर प्रतिबंध लगाना सहीं है? आखिर इस महत्वपूर्ण मसले पर आपकी क्या रॉय है हमें लिख भेजें:
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सुंदर लड़कियां ज्यादा हैं-सैनिक कम, कैसे रुकें रेप

इटली के नेता सिल्वियो बर्लुस्कोनी ने कहा है कि रोम में बलात्कार की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए तीस हजार सैनिकों की नियुक्ति की जाएगी। बर्लुस्कोनी ने कहा कि रोम में बलात्कार जैसे अपराध पर रोक लगाने के लिए 30 हजार सैनिकों को तैनात किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इस जोखिम को रोकने के लिए इतनी बड़ी सुरक्षा देना संभव नहीं है क्योंकि हमारे पास उतने सैनिक नहीं हैं जितनी कि सुंदर लड़कियां।

उन्होंने कहा कि कुकर्म जैसी घटनाओं पर तब तक रोक नहीं लग सकती जब तक कि जितनी संख्या में सुंदर लड़कियां हों और उतने ही सैनिक मौजूद न हो। पिछले साल दोबारा सत्ता में आये बर्लुस्कोनी की विपक्ष यह कह कर आलोचना कर रहा है कि वह देश को एक पुलिस राज्य में तब्दील कर रहे हैं।
इस महीने रोम में हुये बलात्कार के तीन जघन्यतम कांड को विशेष तौर पर निशाना बनाते हुए विपक्ष ने कहा कि सेना के इस्तेमाल से अपराध नहीं रुके हैं। इसका जबाव देते हुये बर्लुस्कोनी ने कहा कि ये घटनाएं तब भी होंगी जबकि किसी भी देश में पूरी तरह सेना का वर्चस्व हो।
उन्होंने कहा कि इस जोखिम को रोकने के लिए इतनी बड़ी सुरक्षा देना संभव नहीं है क्योंकि हमारे पास उतने सैनिक नहीं हैं जितनी कि सुंदर लड़कियां। इस पर विपक्ष के छाया मंत्री विट्टोरियो फ्रांको ने कहा कि उन्हें महिलाओं पर कुछ कहने से बचना चाहिए क्योंकि दरअसल वे यह कहना चाह रहे हैं कि अगर कोई स्त्री अपने घर से अकेले निकलती है तो इसमें बलात्कार या हमले का जोखिम है क्योंकि इस देश को सुरक्षित नहीं बनाया जा सकता है।
एक और राजनीतिक ने बर्लुस्कोनी को करारा जवाब देते हुये कहा कि वास्तविकता यह है कि हमें इतने सारे सैनिक इसलिए चाहिए क्योंकि हमारे यहां इतने सारे गलत आदमी हैं।
report-ibnkhabar